देख रहा हूँ स्वयं मैं तेरी ओर लगाए आस। देख रहा हूँ स्वयं मैं तेरी ओर लगाए आस।
निश्छल, निर्मल ,पवित्र विचार सबसे रखता सम व्यवहार। निश्छल, निर्मल ,पवित्र विचार सबसे रखता सम व्यवहार।
प्यार के डोल से बंधे रथ पर सवार होकर। प्यार के डोल से बंधे रथ पर सवार होकर।
ऐ ज़िन्दगी तू जो साथ चले तो एक और एक ग्यारह भी असंभव नहीं ! ऐ ज़िन्दगी तू जो साथ चले तो एक और एक ग्यारह भी असंभव नहीं !
सुनाऊंगी मैं तुम्हें उस दिन, नदी की पूरी कहानी, मेरी पूरी दास्तान। सुनाऊंगी मैं तुम्हें उस दिन, नदी की पूरी कहानी, मेरी पूरी दास्तान।
लक्ष्य पाना है कर पूर्ण समर्पण है नितांत निस्वार्थ बालपन। लक्ष्य पाना है कर पूर्ण समर्पण है नितांत निस्वार्थ बालपन।